A Beautiful Mind - Part I
तोहफे को निहारता, बन्दे का खिला चेहरा,
तोहफे को निहारता, बन्दे का खिला चेहरा,
TTE के आने से, पड़ गया फीका,
कांपते हाथों से टिकट दिखलाई,
M के बदले छपे F की मांगी माफ़ी |
सबने सोचा 100 का नोट तो बनता है,
बन्दे का हाथ भी पर्स पर ही टिका था,
आगे से ध्यान रखिये, कहते हुए बढ़ा आगे
हमने कहा, कमाल! ये तो इमानदार निकला |
घंटे भर बाद नींद खुली, अगली सीट पर नज़र रुकी,
कोई बैठा था वहां, बेल्ट में gun अटकाए,
पल भर के झटके के बाद सोचा gun छीन लूं
पर सामने बैठी बहन को देख मन पलटा
आनन्-फानन में TTE-CRPF को खोजा,
अगले ही डब्बे में वो TTE मिल गया
किस्सा सुन वो चला gunman के पास, टिकेट मांगी
वो बोला, MLA का गार्ड हूँ, दो स्टेशन बाद उतरना है |
मुझे देख अब भी नाखुश, TTE बोला,
अगले ही डब्बे में है मेरी सीट,
गार्ड जी आप वहां आराम फरमाओ
और gunman के साथ चल पड़ा,
ठीक से शुक्रिया भी न कहने दिया
पर न जाने कैसे कुछ बोल निकल पड़े,
तो देखे केवल मन, अभी तक मूक बना बन्दा,
मुस्करा पड़ा जैसे सहमती जता रहा हो |
No comments:
Post a Comment